फिल्म समीक्षा: सितारे ज़मीन पर (2025)
निर्देशक: आमिर ख़ान
कलाकार: आमिर ख़ान, जेनिलिया देशमुख, विशेष बाल कलाकार
शैली: सामाजिक, खेल-कॉमेडी
रिलीज़ तिथि: जून 2025
कहानी का सार:
“सितारे ज़मीन पर” 2025 की यह फिल्म उसी नाम की 2007 की चर्चित फिल्म से प्रेरित है, लेकिन इसकी कहानी बिल्कुल नई है। इस बार इस फिल्म में कोच मानसिक रूप से कम वाले बच्चो की टीम को बास्केटबॉल की ट्रेनिंग देता है| फिल्म की शुरुआत में कोच बच्चो को कम समझता है परन्तु बाद में धीरे-धीरे उनके अंदर छिपी असली प्रतिभा को समझता है और उन्हें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का मौका देता है।

प्रमुख विषय:
फिल्म का केंद्रीय संदेश है — *हर व्यक्ति खास होता है, और सही दिशा व सहयोग मिलने पर कोई भी असंभव को संभव बना सकता है। यह कहानी आत्मविश्वास, स्वीकार्यता और सकारात्मक सोच का प्रतीक बनती है।
अभिनय:
- आमिर ख़ानने एक बार फिर अपने किरदार में गंभीरता और संवेदनशीलता दिखाई है। एक सख्त कोच से लेकर एक दयालु मार्गदर्शक बनने का उनका बदलाव सराहनीय है।
- जेनिलिया देशमुख ने सहायक भूमिका में सादगी और सच्चाई भरा अभिनय किया है।
- बच्चों की टीम ने अपने किरदारों को असली लगने वाली मासूमियत और ऊर्जा के साथ निभाया।
निर्देशन व प्रस्तुति:
आमिर ख़ान का निर्देशन फिल्म को मनोरंजक तो बनाता ही है, साथ ही सामाजिक संदेश को भी दिल से महसूस करवाता है। फिल्म कहीं भी बोझिल नहीं लगती और हल्के-फुल्के हास्य के साथ एक गंभीर मुद्दे को संतुलन में रखती है।


संगीत:
फिल्म के गीत प्रेरणादायक हैं। खास तौर पर “हम भी चलेंगे सितारों तक” गीत काफी भावनात्मक है और फिल्म के मूल संदेश को मजबूत करता है।
तकनीकी पक्ष:
छायांकन सुंदर और रंगीन है।
संवाद प्रभावी और दिल को छू जाने वाले हैं।
सम्पादन कसा हुआ है – फिल्म कहीं भी खिंचती नहीं लगती।
निष्कर्ष:
“सितारे ज़मीन पर” (2025) एक प्रेरणादायक, दिल को छूने वाली फिल्म है जो मनोरंजन के साथ-साथ एक गहरा सामाजिक संदेश भी देती है। यह फिल्म यह याद दिलाती है कि सफलता केवल अकादमिक या भौतिक उपलब्धियों से नहीं, बल्कि आत्म-स्वीकृति और दूसरे को समझने की कोशिश से आती है।
रेटिंग: 4.5/5
(हर उम्र के दर्शकों के लिए उपयुक्त और आवश्यक फिल्म)