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माइक्रोसॉफ्ट की नई वर्क पॉलिसी: 2026 से हफ्ते में तीन दिन ऑफिस आना अनिवार्य

कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर में काम करने के तरीके में बड़ा बदलाव आया। लाखों लोगों ने घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करना शुरू किया। टेक कंपनियों ने भी इस बदलाव को अपनाया और अपने कर्मचारियों को ऑफिस आने से छूट दी। लेकिन अब धीरे-धीरे कंपनियां फिर से पुराने कामकाजी माहौल की ओर लौट रही हैं। इसी कड़ी में अब माइक्रोसॉफ्ट ने एक बड़ा फैसला लिया है।

माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि साल 2026 से उसके कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम तीन दिन ऑफिस आना अनिवार्य होगा। यह नई नीति सबसे पहले अमेरिका के वॉशिंगटन राज्य स्थित कंपनी के मुख्यालय, रेडमंड में लागू होगी। इसके बाद यह नीति अमेरिका के अन्य ऑफिसों और फिर अंतरराष्ट्रीय ऑफिसों में लागू की जाएगी। इसका सीधा असर भारत समेत दुनियाभर के माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारियों पर पड़ेगा।

तीन चरणों में लागू होगी नई नीति

माइक्रोसॉफ्ट की चीफ पीपल ऑफिसर एमी कोलमैन ने इस बदलाव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस नीति को तीन चरणों में लागू किया जाएगा:

1. पहला चरण: सबसे पहले यह नियम उन कर्मचारियों पर लागू होगा जो रेडमंड मुख्यालय के 50 मील के दायरे में रहते हैं। उन्हें फरवरी 2026 तक हर हफ्ते कम से कम तीन दिन ऑफिस में काम करना होगा।

2. दूसरा चरण: इसके बाद यह नियम अमेरिका के अन्य ऑफिसों में लागू किया जाएगा। हालांकि इसके लिए सटीक तारीख अभी घोषित नहीं की गई है।

3. तीसरा चरण: अंत में यह नीति अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों पर लागू होगी, जिसमें भारत के कर्मचारी भी शामिल होंगे। यह प्रक्रिया 2026 के भीतर पूरी की जाएगी।

वर्क फ्रॉम होम का दौर खत्म?

कोविड-19 महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम जरूरी था, ताकि कर्मचारियों की सुरक्षा बनी रहे। लेकिन अब जब स्थितियां सामान्य हो रही हैं, तो कंपनियां चाहती हैं कि कर्मचारी फिर से ऑफिस आएं। माइक्रोसॉफ्ट से पहले अमेजन, गूगल और मेटा जैसी बड़ी टेक कंपनियों ने भी कर्मचारियों को ऑफिस लौटने के निर्देश दिए हैं।

माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि ऑफिस में काम करने से टीम वर्क, इनोवेशन और प्रोडक्टिविटी बेहतर होती है। हालांकि, कंपनी ने यह भी बताया कि नई नीति के तहत  हाइब्रिड वर्क मॉडल  को अपनाया जाएगा, यानी कर्मचारी हफ्ते के कुछ दिन ऑफिस में और कुछ दिन घर से काम कर सकेंगे।

भारत पर क्या होगा असर?

माइक्रोसॉफ्ट के भारत में भी कई ऑफिस हैं, जिनमें हजारों लोग काम करते हैं। नई नीति के अनुसार, भारत में भी यह नियम लागू होगा, लेकिन यह अंतिम चरण में आएगा। यानी भारत में काम कर रहे कर्मचारियों को अभी समय मिलेगा, लेकिन उन्हें भी 2026 तक इस बदलाव के लिए तैयार रहना होगा।

कर्मचारियों के लिए क्या मायने रखता है ये बदलाव?

इस नीति से साफ है कि कंपनियां अब वर्क कल्चर में संतुलन चाहती हैं। पूरी तरह वर्क फ्रॉम होम या पूरी तरह ऑफिस आने के बजाय, वे  मिश्रित (हाइब्रिड) मॉडल अपना रही हैं। इससे कर्मचारी घर और ऑफिस दोनों जगह से काम कर सकेंगे, लेकिन एक निश्चित समय उन्हें ऑफिस आना ही होगा।

माइक्रोसॉफ्ट की यह नई नीति दिखाती है कि आने वाले समय में कंपनियों का फोकस हाइब्रिड वर्क कल्चर पर रहेगा। 2026 तक ऑफिस में काम करना एक सामान्य प्रक्रिया बन जाएगी। जो लोग इस बदलाव से प्रभावित होंगे, उन्हें अभी से मानसिक और व्यावहारिक रूप से खुद को तैयार करना चाहिए। खासकर भारत जैसे देशों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए यह एक अहम बदलाव होगा।

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