डिहाइड्रेशन: गर्मियों का मौसम अपने साथ चिलचिलाती धूप, उमस और शरीर से पसीना बहने की समस्या लेकर आता है। इस मौसम में सबसे बड़ी चुनौती होती है—डिहाइड्रेशन यानि शरीर में पानी की कमी। यदि समय पर ध्यान न दिया जाए, तो डिहाइड्रेशन के कारण सिरदर्द, थकावट, चक्कर आना, उल्टी और यहां तक कि बेहोशी जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।
इसलिए जरूरी है कि हम जानें कि गर्मियों में क्या खाएं और क्या न खाएं ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके।
डिहाइड्रेशन क्या है?
डिहाइड्रेशन तब होता है जब शरीर से अधिक मात्रा में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे सोडियम, पोटैशियम आदि) बाहर निकल जाते हैं और उनकी पूर्ति नहीं हो पाती। गर्मियों में पसीने के रूप में शरीर से नमक और पानी बाहर निकलता है, जिससे यह स्थिति बनती है।
गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए क्या खाएं?
पानी और नारियल पानी
दिन में कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं।
नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देते हैं और तरोताजा रखते हैं।

तरबूज और खीरा
तरबूज 90% पानी से भरपूर होता है। यह शरीर को ठंडक देता है और पानी की कमी को दूर करता है।
खीरा भी हाई वॉटर कंटेंट सब्ज़ी है जो शरीर में नमी बनाए रखता है।

छाछ और लस्सी
दही से बनी ये पेय पदार्थ न केवल पाचन को ठीक रखते हैं बल्कि शरीर को ठंडक भी देते हैं और डिहाइड्रेशन से बचाते हैं।

नींबू पानी (शक्कर और नमक डालकर)
नींबू पानी में नमक और शक्कर डालने से यह एक प्राकृतिक ORS की तरह काम करता है। यह तुरंत ऊर्जा देने में सहायक होता है।
जौ का पानी (बार्ली वाटर)
यह आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी शरीर को ठंडक देने वाला और डिटॉक्सिफाई करने वाला पेय है।
साबूत अनाज और दलिया
साबूत अनाज जैसे जौ, बाजरा, दलिया आदि को खाने से शरीर में धीरे-धीरे ऊर्जा मिलती है और ये शरीर को अधिक समय तक हाइड्रेटेड रखते हैं।
संतरा, मौसमी और अनार जैसे फल
इनमें मौजूद विटामिन C और पानी की अधिक मात्रा शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाती है।
यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक हैं।
किन चीजों से बचना चाहिए?
तेलयुक्त और मसालेदार खाना
मसालेदार भोजन शरीर में गर्मी बढ़ाता है और डिहाइड्रेशन की संभावना को और अधिक करता है।
ऐसे भोजन से पाचन बिगड़ सकता है और पेट में जलन हो सकती है।

कैफीन और कोल्ड ड्रिंक्स
चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स में कैफीन की मात्रा अधिक होती है, जो डिहाइड्रेशन को बढ़ा सकती है।
ये शरीर से पानी को बाहर निकालने का काम करते हैं।

बासी और भारी खाना
बासी खाना पेट में गैस और अपच का कारण बनता है।
गर्मियों में हल्का और ताजा खाना ही फायदेमंद होता है।
मीठे स्नैक्स और मिठाइयाँ
ज्यादा मीठा खाने से प्यास बढ़ती है और शरीर को अतिरिक्त पानी की आवश्यकता होती है।
यह ब्लड शुगर को भी प्रभावित करता है।
कुछ जरूरी सुझाव
- हर 1 घंटे में थोड़ा पानी जरूर पिएं, भले ही प्यास न लगी हो।
- अत्यधिक पसीना आने पर शरीर में नमक की कमी हो सकती है, ऐसे में ORS या नींबू पानी पीना फायदेमंद है।
- धूप में निकलते समय छाता, टोपी या गमछा साथ रखें।
- गर्मी में खाली पेट बाहर न जाएं, कुछ हल्का जरूर खा लें।
- घर से बाहर निकलते समय एक पानी की बोतल साथ रखें।
बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
गर्मी का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है। उन्हें समय-समय पर पानी पिलाते रहें, और उनका खानपान संतुलित रखें।
निष्कर्ष
गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन से बचाव का सबसे सरल उपाय है— सही खानपान और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन। प्राकृतिक चीजों का सेवन कर हम न केवल शरीर को ठंडक दे सकते हैं, बल्कि बीमारियों से भी बच सकते हैं। ध्यान रखें, प्यास लगने का इंतजार न करें— पहले ही पानी और तरल पदार्थ लेते रहें।
स्वस्थ रहें, हाइड्रेटेड रहें और गर्मियों का आनंद लें!