नई दिल्ली, 7 जून —
जहां मई-जून के महीने आमतौर पर भीषण गर्मी और लू के लिए जाने जाते हैं, वहीं इस बार मौसम ने कुछ अलग ही करवट ली है। इस वर्ष गर्मी के बीच अचानक बारिश और मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इससे आम लोगों को राहत तो मिली, लेकिन साथ ही इससे सर्दी-ज़ुकाम जैसी मौसमी बीमारियों में भी इज़ाफा हुआ है। इसी के चलते अब देश के कई हिस्सों में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
Ministry of Health and Family Welfare (Government of India) के इस वेबसाइट पर क्लिक कर के आप मौजूदा हालात देख सकते है.
विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में अचानक हुए इस बदलाव से लोगों की इम्युनिटी पर असर पड़ा है। गर्मी के बीच ठंडी हवाएं, बारिश और तापमान में गिरावट के कारण सर्दी-जुखाम और गले की खराश जैसी परेशानियां बढ़ रही हैं। कई मामलों में यह लक्षण कोरोना संक्रमण से भी जुड़े पाए जा रहे हैं, जिससे कोविड टेस्टिंग में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
वेस्ट बंगाल में सबसे अधिक सक्रिय मामले
वर्तमान में पश्चिम बंगाल कोरोना के सबसे अधिक सक्रिय मामलों वाले राज्यों में से एक बनकर सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में इस समय कोरोना के 622 सक्रिय मामले हैं। बीते 24 घंटों में कई नए मामले सामने आए हैं, वहीं राहत की बात यह है कि 88 मरीजों ने संक्रमण से उबरकर स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त किया है।
उत्तराखंड में मामूली वृद्धि
उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। राज्य में बीते 24 घंटे में 3 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। हालांकि, स्थिति अब भी नियंत्रण में है। वर्तमान में उत्तराखंड में सिर्फ 9 सक्रिय केस हैं, और 17 मरीज हाल ही में ठीक होकर घर लौट चुके हैं।

सतर्कता और सावधानी ज़रूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मौसम के इस बदलाव को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को भीड़भाड़ से बचने, मास्क पहनने और हाथों की साफ-सफाई बनाए रखने की अपील की जा रही है।
यदि यह स्थिति यूं ही बनी रही और लक्षणों को हल्के में लिया गया, तो संक्रमण की चेन एक बार फिर तेज़ी से फैल सकती है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
सरकार और राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट के पुराने फॉर्मूले को फिर से सक्रिय किया जा रहा है। साथ ही अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है।
मौसम के इस असामान्य व्यवहार के बीच लोगों से अपील की गई है कि किसी भी प्रकार के सर्दी-ज़ुकाम या बुखार जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें और जरूरत पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।