रुड़की: पूर्व बीजेपी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को एक महिने से ज्यादा समय तक देहरादून जेल में रहने के बाद मंगलवार को अदालत से जमानत मिल गई। बता दे कि 27 फ़रवरी से प्रणव सिंह फायरिंग केस में न्यायिक हिरासत में है।
मामला निर्दलीय MLA उमेश कुमार के दफ्तर में 50 राउंड फायरिंग का है। जबकि उस समय उमेश कुमार दफ्तर में मौजूद नहीं थे। इस मामले में चैंपियन पर गाली-गलौज, हमला और जान से मारने के आरोप लगाए गए थे। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाई की।
दरअसलस, 26 जनवरी से पहले कुमार और चैंपियन सोशल मीडिया पर तीखी बहस करते दिखाई दिए। हालांकि दुर्घटना से एक दिन पहले उमेश कुमार अपने समर्थकों सहित, चैंपियन के उत्तराखंड स्थित घर पर उन्हे खुली चुनौती देने गए थे । लेकिन उस समय चैंपियन घर पर मौजूद नहीं थे।
पूर्व विधायक चैंपियन पर कार्यवाई करते हुए, (भारतीय न्याय संहिता) धारा 109 (मारने की कोशिश), धारा 61-2 (आपराधिक षड्यंत्र), धारा 115-5 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), धारा 190 (गैरकानूनी जमावड़ा), धारा 191-3 (हथियारों के साथ दंगा), धारा 324-4 ( संपत्ति को नुकसान), धारा 333 ( घर में अवैध घुसपैठ), धारा 351-3 ( मृत्यु की धमकी देकर आपराधिक भय उत्पन्न करना), धारा 352 ( शांतिभंग के उध्देश्य से जानबूझकर अपमान) और धारा ( शस्त्र अधिनियम) के तहत जेल भेज दिया गया था.
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फ़रवरी 28 को चैंपियन के लॉयर ने बैल की याचिका दर्ज की थी ,जो ख़ारिज करदी गई. बाद में पुलिस ने धारा 109 को हटाकर धारा 110 दर्ज करदी थी, जिसके बाद चैंपियन की तबीयत खराब होने के चलते उन्हें डिस्ट्रिक्ट अस्पताल भर्ती कराया गया .
चैंपियन के लॉयर राकेश सिंह के अनुसार, चार्ज शीट में बदलाव के बाद चैंपियन के लॉयर ने एक नई याचिका दायर की थी. वहीं 7 मार्च को सुनवाई के दौरान उन्हें 50000 की बांड के तहत ज़मानत दे दी गई.
Story by- Megha Bhardwaj