नई दिल्ली और वॉशिंगटन के बीच ट्रेड डील पर बातचीत, ट्रंप बोले – भारत से बेहतर प्रस्ताव चाहिए

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ व्यापार समझौते (Trade Deal) की संभावना अभी भी बनी हुई है। ट्रंप का दावा है कि भारत ने कुछ मामलों में जीरो टैरिफ (शून्य शुल्क) पर सहमति जताई है, लेकिन उन्होंने भारत पर ज्यादा टैरिफ लगाने का आरोप भी दोहराया।
व्हाइट हाउस में बयान देते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत एक दोस्ताना देश है, लेकिन आयातित सामान पर लगाए गए ऊँचे टैरिफ से अमेरिका को नुकसान हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यूरोपीय संघ और जापान के साथ उन्होंने टैरिफ को “हथियार” बनाकर समझौते किए हैं और भारत से भी इसी तरह का मजबूत प्रस्ताव चाहते हैं।
समझौते में देरी की वजह
रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों में ऐसा लग रहा था कि दोनों देशों के बीच समझौता हो जाएगा, लेकिन अमेरिकी टीम ट्रंप की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाई। बातचीत में हो रही देरी से टीम भी असहज है, लेकिन राष्ट्रपति को यह समझाने की हिम्मत किसी ने नहीं की कि समझौता स्वीकार कर लेना चाहिए।
ट्रंप का कोर्ट पर हमला
ट्रंप ने फेडरल अपील्स कोर्ट के उस फैसले की आलोचना की जिसमें कुछ टैरिफ को अवैध बताया गया था। उन्होंने इसे “स्टूपिड फैसला” कहा और आरोप लगाया कि विदेशी कंपनियां और हित समूह इस मुकदमे के पीछे हैं।
भारत की स्थिति
भारत ने साफ किया है कि उसका कृषि क्षेत्र इस समझौते से बाहर रहेगा। हालांकि, फलों और नट्स (सूखे मेवे) के मामले में कुछ छूट दी जा सकती है।
ट्रंप की चेतावनी
पिछले तीन दिनों में ट्रंप दो बार कह चुके हैं कि भारत ने जीरो टैरिफ की पेशकश की है, लेकिन उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी। उनका कहना है कि समझौते में देर नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे अमेरिकी आयातकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है।
