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मैं हूँ आखि़री सुपरस्टार.. आखि़र शाहरुख़ खान ने ऐसा क्यों कहा?

कहते है कि अगर किसी चीज़ को दिल से चाहों, तो पूरी कायनात उससे तुमने मिलाने की कोशिश में लग जाती है. आज हम इसे ही सुपरस्टार की बात करने जा रहे है.भारतीय हिंदी सिनेमा में कई सुपरस्टार रहे जिन्होंने अपने अभिनय से पूरी दुनिया का दिल जीता और भारतीय सिनेमा का नाम दुनिया भर में रोशन किया.

उन्ही में से एक ऐसा सुपरस्टार जिसने अपनी एक अलग पहचान बनाई और अपनी अदाओं से लाखों करोड़ो दिलो को जीत लिया. वो कोई और नहीं हम बात कर रहे है किंग खान यानि शाहरुख़ खान की जो पिछले 3 दशकों से
लगातार युवाओ की पहली पसंद बने हुए है.उनका स्टारडम ऐसा है जो भारत में तो क्या पुरे विश्व में चुनिन्दा लोगों को ही मिल पाया है.

वो काहवत तो अपने सुनी ही होगी कि मेहनत इतनी शांत हो कि सफलता शोर मचा दे. लेकिन उनका आत्मविश्वास देखकर यह कथन भी डगमगाने लगता है. क्योंकि वो अक्सर कह देते है कि I am the best .. अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने एक ऐसी बात कह दी जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खीच लिया,क्योंकि बात ही कुछ ऐसी थी. शाहरुख़ ने कहा कि वो भारतीय सिनेमा के आख़िरी सुपरस्टार है. उनके बाद कोई भी सुपरस्टार नही होगा. इस कथन पर कुछ लोगों का सोचना यह भी हो सकता है कि क्या यह उनका घमंड है.लेकिन यह उनका घमंड नहीं बल्कि यह कथन सोशल मीडिया के बढ़ते क्रेज को देखकर कहा गया है, क्योंकि उन्होंने साथ में यह भी कहा कि अब सोशल मीडिया का ज़माना है और आज के युग में लोग रातों रात स्टार बन जाते है.

शाहरुख़ खान ने अपने शानदार करियर में कई अवार्ड्स जीते जिनमें 14 फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड्स मिले जिसमें से 14 अवार्ड्स बेस्ट कलाकार का उन्होंने हासिल किया.

भारत सरकार ने 2005 में उन्हें ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया, जो देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसके अलावा, उनके कला और सिनेमा में योगदान के लिए फ्रांस सरकार ने 2007 में ‘ऑर्ड्रे दे आर्ट्स एट दे लेत्रे’ और 2014 में ‘लीजन ऑफ ऑनर’ प्रदान किया। सामाजिक कार्यों में उनके योगदान को मान्यता देते हुए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने 2018 में ‘क्रिस्टल अवार्ड’ से सम्मानित किया।

शाहरुख़ ख़ान को उनके प्रेरणादायक व्यक्तित्व और सामाजिक योगदान के लिए कई विश्वविद्यालयों ने मानद डॉक्टरेट की उपाधि भी दी है। इनमें बेडफ़ोर्डशायर यूनिवर्सिटी (2009), एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी (2015), मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (2016), लॉ यूनिवर्सिटी (2019) और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी (2019) शामिल हैं।

इन सम्मानों के अलावा, शाहरुख़ ने दुनिया भर में कई और पुरस्कार जीते हैं, जो उनकी अभिनय क्षमता, सामाजिक कार्यों और सिनेमा में उनके अमूल्य योगदान को दर्शाते हैं। वह न सिर्फ़ एक सफल अभिनेता हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी हैं, जिन्होंने मेहनत और लगन से अपनी पहचान बनाई है।

Story by- Megha Bhardwaj

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