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(sidhbali temple)श्री सिद्धबली धाम- क्यों यहाँ भंडारे के लिए करना पड़ता है 7 साल का इंतज़ार ?

श्री सिद्धबली धाम का महत्व (sidhbali temple)

कोटद्वार में हनुमान जी का बहुत ही बड़ा और प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर की पौराणिक कहानी है। इस मंदिर के नाम से ही आप जान सकते हैं कि यहां पर सिद्धि की प्राप्ति की गई थी। कोटद्वार में श्री सिद्धबली धाम हिंदू का आस्था का केंद्र है sidhbali temple

बजरंगबली जी के इस पौराणिक मंदिर का ज़िक्र स्कंध पुराण में भी है. श्री सिद्धबली बाबा के दर्शन को देश एवं विदेश से श्रद्धालु आते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में जो भी माथा टेकर मनोकामना मांगते हैं बाबा उन्हें कभी निराश नहीं करते . लोग अपनी मुराद पूरा होने पर भंडारा करवाते हैं। लेकिन और जगह की तरह यहां एक अजंबित करने वाली बात आपको भंडारे में दिखेगी। वह बात यह है कि भंडारा कई कई सालों पहले इसकी बुकिंग हो जाती है। यानी कि अगर आज आपको भंडारा अब बुकिंग करने जाएंगे तो आपको आज से 7 साल बाद की भंडारे की बुकिंग मिलेगी। भंडारे की बुकिंग कई सालों पहले से चलती आ रही है तो इस बात से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितने लोगों की यहां मुरादे पूरी होती है और इस मंदिर का कितना महत्व है। sidhbali temple

श्री सिद्धबली धाम की ख्याति देश की ही नहीं बल्कि विदेशों तक है हर साल यहां लाखों भक्त विदेश से पहुंचते हैं । जैसे कि नाम से ही प्रचलित है श्री सिद्धबली धाम। यह गुरु गोरखनाथ जी की तपस्या स्थली रही हैI आदिकाल में मंदिर स्थल पर सिद्ध पिंडिया थी I 80 के दशक में मंदिर में बाबा की मूर्ति स्थापित हुई इसके बाद ही मंदिर सुंदरीकरण हुआ I कहा जाता है कि हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए इसी रास्ते से गए थे। इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि यहां दर्शनों के लिए उत्तराखंड से ही नहीं बल्कि कई राज्यों से लोग आकर मन्नतें मांगते हैं। अगर आपकी भी कोई ऐसी समस्या है जो आपसे हल नहीं हो पा रही या आपकी सारी उम्मीदें खत्म हो गई है तो एक बार आप भी हनुमान जी के दर्शन जरूर करने आएंIsidhbali temple

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