केदारनाथ मंदिर के कपाट 2 मई, 2025 को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर फिर से खोल दिए जाएंगे। तीर्थयात्रियों का प्रवेश केदारनाथ मंदिर में सुबह 7 बजे से प्रारंभ कर दिया जायेगा. वहीं 23 अक्टूबर 2025 को केदारनाथ मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जायेगा ।
केदारनाथ मंदिर का महत्त्व: हिमालय पर्वत में स्थित केदारनाथ मंदिर उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग जिले में पड़ता है. देहरादून और हरिद्वार से बस या टेक्सी के द्वारा गौरीकुण्ड तक जा सकते है. इसके बाद 16 किलोमीटर का पैदल रास्ता है. इस यात्रा को घोड़े/पालकी या ट्रैकिंग करके भी पूरा किया किया जा सकता है.

केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. साथ ही पंच केदार तीर्थ स्थलों में केदारनाथ मंदिर पहला है. बाकी के चार केदार तुंगनाथ, रुद्रनाथ, मध्यमहेश्वर और कल्पेश्वर है. पंच केदार भगवान शिव के बैल स्वरूप के अलग-अलग पाँच अंगों को समर्पित है। ये पाँचो मंदिर उत्तरखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है.
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केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 2 मार्च 2025 से शुरू हो रहे हैं। यात्रा का पंजीकरण उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर कर सकते हैं।
स्टोरी : अंचला बधोलिया