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क्या स्मार्टफोन का दौर खत्म होने वाला है? आ रही हैं नई AI तकनीकें जो बदल देंगी हमारी डिजिटल दुनिया

आज स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं। कॉल करना हो, मैसेज भेजना हो, शॉपिंग करनी हो या फिर मीटिंग अटेंड करनी हो – हम सब कुछ स्मार्टफोन के जरिए ही करते हैं। लेकिन टेक्नोलॉजी इतनी तेज़ी से बदल रही है कि अब सवाल उठने लगा है – क्या आने वाले समय में स्मार्टफोन की जरूरत ही खत्म हो जाएगी?

टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इतनी तेजी से आगे बढ़ रही है कि यह हमारी डिजिटल दुनिया का पूरा ढांचा बदल सकती है। भविष्य में हमें बार-बार फोन की स्क्रीन देखने या टाइप करने की जरूरत नहीं होगी। बल्कि AI हमारे लिए सब कुछ बैकग्राउंड में अपने आप संभाल लेगी।

स्मार्ट ग्लासेस – आंखों पर पहना जाने वाला असिस्टेंट

Meta और Google जैसी बड़ी कंपनियां स्मार्ट ग्लासेस पर काम कर रही हैं। ये चश्मे आसपास की चीज़ों को पहचानकर हमें तुरंत जानकारी देंगे। मान लीजिए आप किसी ऐतिहासिक जगह पर खड़े हैं, तो बस पूछने पर ये ग्लास आपको उस जगह का पूरा इतिहास बता देंगे। Meta ने तो Ray-Ban Meta ग्लासेस के जरिए इसकी शुरुआत भी कर दी है। हालांकि बैटरी और डिज़ाइन की दिक्कतें अभी बाकी हैं।

एम्बियंट कंप्यूटर और Alexa+

Amazon का मानना है कि भविष्य में ऐसे डिवाइस घर और दफ़्तरों में मौजूद रहेंगे, जो बिना स्क्रीन के हमारी मदद करेंगे। Alexa+ जैसे वॉयस असिस्टेंट्स हमसे सीधे बातचीत करेंगे और तुरंत जवाब देंगे। इसका मतलब यह है कि हमें बार-बार नोटिफिकेशन चेक करने की आदत छोड़नी पड़ सकती है।

AI से लैस स्मार्टवॉच

Nothing कंपनी के CEO कार्ल पेई का कहना है कि आने वाले समय में स्मार्टवॉच को पूरी तरह से AI के साथ तैयार किया जाएगा। ये घड़ी सिर्फ फिटनेस ट्रैक नहीं करेगी, बल्कि आपके कामों को मैनेज करेगी, मीटिंग शेड्यूल करेगी और दोस्तों से मिलने का प्लान भी बनाएगी। यानी एक तरह से यह घड़ी आपकी पर्सनल मैनेजर बन जाएगी।

मेमोरी रिकॉर्डर टेक्नोलॉजी

Limitless AI जैसी कंपनियां ऐसे वियरेबल्स बना रही हैं जो आपकी बातचीत को रिकॉर्ड करके नोट्स तैयार कर देंगे। यह डिवाइस आपको यह भी याद दिलाएंगे कि आपने किससे क्या वादा किया था। यहां तक कि ये आपके रिश्तों को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकते हैं। हालांकि, प्राइवेसी को लेकर लोगों की चिंता अभी इनकी राह में बड़ी रुकावट है।

भविष्य की दुनिया बहुत हद तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित होगी। हो सकता है कि आने वाले कुछ सालों में स्मार्टफोन की जगह स्मार्ट ग्लासेस, स्मार्टवॉच और AI असिस्टेंट्स ले लें। जिस तरह कभी टेलीफोन की जगह मोबाइल ने ले ली थी, उसी तरह अब मोबाइल की जगह ये नई तकनीकें ले सकती हैं।

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