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ऑपरेशन सिंदूर — IAF प्रमुख ने बताया बड़ा खुलासा

भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के चार से पाँच लड़ाकू विमान मार गिराए गए थे। उन्होंने बताया कि संभवत: ये विमान एफ-16 और जेएफ-17 थे। एयर चीफ मार्शल ने इस कार्रवाई को हाल के वर्षों की सबसे महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई करार दिया और कहा कि इसने भारत की मज़बूत वायु रक्षा और तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल दिखाया।

वायु हमले और नुकसान
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हमले में पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक कम से कम चार स्थानों पर रडार सिस्टम नष्ट हुए, दो जगहों पर कमांड और कंट्रोल सेंटर क्षतिग्रस्त हुए, तथा दो रनवे और तीन हैंगर भी नुकसान में आए। उन्होंने कहा कि भारतीय हमलों में पाकिस्तान के लगभग 4-5 लड़ाकू विमान और एक एसएएम (स्ट्रेटजिक एयर मिसाइल) प्रणाली भी नष्ट हुई है।

दूरी और हवाई रक्षा क्षमता
एपी सिंह ने बताया कि भारतीय सेनाओं ने दुश्मन के क्षेत्र में लगभग 300 किलोमीटर के अंदर तक लक्ष्य भेदने की क्षमता दिखायी। उन्होंने कहा कि हमारी हवाई रक्षा प्रणाली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्थिति पूरी तरह से बदल गई। जब उनसे पूछा गया कि क्या और एस-400 सिस्टम खरीदे जाएंगे, तो उन्होंने सीधे जवाब नहीं दिया लेकिन कहा कि यह प्रणाली प्रभावी साबित हुई है।

रणनीति और संदेश
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि ऑपरेशन का उद्देश्य स्पष्ट था और लक्ष्य प्राप्त होने के बाद कार्रवाई तुरंत बंद कर दी गई। उनका कहना था कि यह एक नियंत्रित और निर्धारित उद्देश्य के साथ लड़ी गई मुहिम थी — न कि अनियंत्रित संघर्ष। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया को इस तरह की सावधानी और स्पष्ट रणनीति से सीखने की जरूरत है, क्योंकि कई देश लंबे संघर्ष में फँसे हुए हैं।

पाकिस्तान के दावों पर प्रतिक्रिया
پاکستان की ओर से भारतीय विमानों को मार गिराने के दावों पर एपी सिंह ने कहा कि वे ऐसी दास्तानें सुनते रहते हैं और इसे ‘मनोहर कहानियां’ बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस तस्वीर या सबूत नहीं दिखाया गया है, जबकि भारतीय पक्ष ने अपनी क्षति की तस्वीरें जारी की हैं। उन्होंने मज़ाक में कहा कि अगर पाकिस्तान सोचता है कि उसने हमारे 15 जेट मार गिराए हैं तो ठीक है — अगली बार वे हमारे बेड़े को कम मानकर लड़ेंगे।

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